
Q1. ‘मधुलिका’ जयशंकर प्रसाद की किस कहानी की पात्र है?
(a) आकाशदीप
(b) इन्द्रजाल
(c) गुण्डा
(d) पुरस्कार
Q2. ‘आधे-अधूरे’ नाटक के रचनाकार हैं
(a) अमृतलाल नागर
(b) मन्नू भण्डारी
(c) मोहन राकेश
(d) निर्मल वर्मा
Q3. वर्तनी की दृष्टि से निम्नलिखित में शुद्ध शब्द है
(a) रचियता
(b) रचयिता
(c) रचईता
(d) रचियिता
Q4. ‘कर्म कारक’ का चिह्न है
(a) ने
(b) से, द्वारा
(c) को
(d) को, के लिए, हेतु
Q5. ‘बाजार’ से किस संज्ञा का बोध होता है?
(a) भाववाचक
(b) समूहवाचक
(c) जातिवाचक
(d) व्यक्तिवाचक
Q6. निम्नलिखित में से कौन गुणवाचक विशेषण नहीं है?
(a) गोल
(b) अधिक
(c) नुकीला
(d) भीतरी
Q7. मुख्य क्रिया के अर्थ को स्पष्ट करने वाली क्रिया होती है
(a) सहायक क्रिया
(b) प्रेरणार्थक क्रिया
(c) नामबोधक क्रिया
(d) नामधातु
Q8. ‘यथाशक्ति’ में कौन – सा समास है?
(a) कर्मधारय
(b) तत्पुरुष
(c) द्वन्द्व
(d) अव्ययीभाव
Q9. ‘अजातशुत्र’ में कौन-सा समास है?
(a) तत्पुरुष
(b) द्वन्द्व
(c) कर्मधारय
(d) बहुब्रीहि
Q10. कौन स महीना भाद्रपद महीने के बाद आता है?
(a) श्रावण
(b) अश्विन
(c) पौष
(d) आषाढ़
Solutions
S1. Ans.(d)
Sol. मधूलिका जयशंकर प्रसाद द्वारा रचित कहानी ‘पुरस्कार’ की पात्र है।
S2. Ans.(c)
Sol. आधे-अधूरे नाटक के रचनाकार मोहन राकेश हैं।
S3. Ans.(b)
Sol. वर्तनी की दृष्टि से शुद्ध शब्द रचयिता है।
S4. Ans.(c)
Sol. कर्म कारक का परसर्ग/कारक चिह्न ‘को’ होता है जो वाक्य में आए ‘कर्म’ के लिए प्रयुक्त किया जाता है।
S5. Ans.(b)
Sol. ‘बाजार’ प्रायः लोगों/दुकानों आदि का एक समूह है। अतः यह एक समूहवाचक संज्ञा है।
S6. Ans.(b)
Sol. गुणवाचक विशेषण में किसी संज्ञा या सर्वनाम के गुण-दोष की व्याख्या की जाती है; जैसे- राम एक अच्छा लड़का है। यहाँ अच्छा, राम के गुण को दर्शाता है। इसी प्रकार अन्य विशेषण शब्द गोल, नुकीला, मोटा, भीतरी, बाहरी आदि होते हैं। किन्तु अधिक, कम, बहुत अधिक आदि सभी किसी निश्चित/अनिश्चित परिमाण/मात्रा को दर्शाते हैं। अतः यहाँ ‘अधिक’ गुणवाचक विशेषण नहीं है।
S7. Ans.(a)
Sol. मुख्य क्रिया के अर्थ को प्रकट करने वाली क्रिया सहायक क्रिया होती है। प्रश्न के अन्य विकल्पों की क्रियाओं में नामधातु क्रियाएँ वे होती हैं, जो संज्ञा या विशेषण से बनती हैं; जैसे- हाथ से हथियाना, बात से बतियाना, दुःख से दुखाना आदि। प्रेरणार्थक क्रियाएँ वे होती हैं जिनसे यह बोध होता है कि कर्ता स्वयं न कार्य करके किसी दूसरे को कार्य करने के लिए प्रेरित करता है; जैसे – पढ़ना से पढ़वाना, करना से करवाना, जीतना से जितवाना आदि।
S8. Ans.(d)
Sol. यथाशक्ति में यथा एक अव्यय शब्द है। जब दिए गए शब्द में पूर्व पद अव्यय तथा दूसरा पद एक संज्ञा है और यह शब्द क्रिया विशेषण के रूप में कार्य करता हो, तो वहाँ अव्ययीभाव समास होता है। जैसे- वह प्रतिदिन विद्यालय जाता है। यहाँ प्रति एक अव्यय तथा दिन एक संज्ञा है और पूरा शब्द क्रिया विशेषण है। इसी प्रकार यथाशक्ति, यथास्थान, आजीवन, यथासम्भव आदि सभी अव्ययीभाव समास के उदाहरण हैं।
S9. Ans.(d)
Sol. अजातशत्रु = ‘जिसका कोई शत्रु न हो वह’ (कोई व्यक्ति) जिस समास में दोनों पदों के माध्यम से एक विशेष (तीसरे) अर्थ का बोध हो, बहुब्रीहि समास कहलाता है। यहाँ तीसरा अर्थ ‘कोई व्यक्ति’ के लिए प्रयोग हुआ है। अतः यह बहुब्रीहि समास का उदाहरण है।
S10. Ans.(b)
Sol. भाद्रपद (भादौ), श्रावण (सावन) मास के बाद आने वाला हिन्दी महीना है तथा भाद्रपद के बाद आने वाला हिन्दी महीना अश्विन (क्वार) आता है। अतः अभीष्ट महीना अश्विन है।